युवाओं द्वारा भारत का निर्माण – कैसे हुआ और कैसे हो रहा है

आइए “बहुत साल पहले” से शुरू करें कि युवाओं ने भारत की आजादी में कैसे मदद की। कुशाल कोंवर का जन्म 1905 में असम के तत्कालीन ‘अहोम’ शाही परिवार में हुआ। उन्होंने पढ़ाई की और एक स्कूल की स्थापना की। एक सक्रिय स्वतंत्रता सेनानी के रूप में उन्होंने 1921 के असहयोग आंदोलन में भाग लिया… Continue reading युवाओं द्वारा भारत का निर्माण – कैसे हुआ और कैसे हो रहा है

सॉफ्ट टॉयज बना कर पाया पुरस्कार

मैं कभी स्कूल नहीं गई, क्योंकि हमारे गाँव में घर से बाहर निकलने वाली महिलाओं और लड़कियों को हेय दृष्टि से देखा जाता था। मैं बहुत कम उम्र से ही कुएं से पानी भरकर लाती थी। मेरे माता-पिता खेतिहर मजदूर के रूप में काम करते थे। मैं छह बच्चों में सबसे बड़ी थी। जब मेरे… Continue reading सॉफ्ट टॉयज बना कर पाया पुरस्कार

ग्रामीण को उच्च शिक्षा की मुख्यधारा में लाना

यह महसूस किया गया कि सामाजिक क्षेत्र अब युवाओं की पहली करियर पसंद नहीं रह गया है, क्योंकि उन्हें सामाजिक क्षेत्र की वास्तविकताओं के बारे में बहुत कम या कोई जानकारी नहीं है। अक्सर वे सोचते हैं कि यह एक स्थिर या फंसा हुआ क्षेत्र है, जो उनके विकास को रोकता है। उन्हें कोई जानकारी… Continue reading ग्रामीण को उच्च शिक्षा की मुख्यधारा में लाना

गृहिणी बनी सॉफ्ट टॉय उद्यमी

राजस्थान के सवाई माधोपुर का बच्चा सोनू और उसका दोस्त अपने भरवां जानवर-खिलौनों के साथ खेल रहे हैं। लम्बे हाथ-पैर वाला एक बंदर, एक गठीला छोटा ऊँट और एक मगरमच्छ – रंगीन कपड़े से बने उनके मुलायम खिलौने अटूट और सस्ते हैं और धोए जा सकते हैं। वर्मा कहती हैं – “मैं चाहती हूँ कि… Continue reading गृहिणी बनी सॉफ्ट टॉय उद्यमी