अंतर्राष्ट्रीय मित्रता दिवस – भाषा की खाई को पाटना

दोस्त: मथुरा में कुत्ते और उसके पिल्लों के साथ खेल रहा एक बच्चा, इस अनोखी दोस्ती को कैमरे में कैद करने के लिए रुक गया (छायाकार – चंद्रकला श्रीवास्तव) उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में भैंस को मक्खियों और कीड़ों से बचाने के लिए तेल लगाते समय, बच्चे मजे से अपने जाहिर तौर पर उत्साहहीन दोस्त… Continue reading अंतर्राष्ट्रीय मित्रता दिवस – भाषा की खाई को पाटना

“भारत बाघ संरक्षण का गुरु है”

विलेज स्क्वेयर: विश्व बाघ दिवस के रूप में 29 जुलाई का क्या महत्व है? भारत के लिए इसका क्या अर्थ है? समीर कुमार सिन्हा: दुनिया भर में बाघों की विलुप्ति के खतरे के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए ‘विश्व बाघ दिवस’ मनाया जाता है। वर्ष 2010 में सेंट पीटर्सबर्ग में ‘विश्व बाघ शिखर… Continue reading “भारत बाघ संरक्षण का गुरु है”

सुंदरबन की जीवन बदलने वाली यात्रा से बनी ‘SOUL’

वर्ष 2015 में, कोलकाता के एक सफल कॉर्पोरेट कार्यकारी, शुभांकर बनर्जी पांच घंटे की यात्रा करके, जिसका सुंदरबन डेल्टा का डेढ़ घंटे का आखिरी भाग नांव द्वारा था,  जी-प्लॉट द्वीप में अवकाश मनाने गए। बंगाल की खाड़ी से घिरा, घने जंगलों वाला द्वीप बाघों, मगरमच्छों और जहरीले सांपों से भरा हुआ है। कुछ ही हफ़्तों… Continue reading सुंदरबन की जीवन बदलने वाली यात्रा से बनी ‘SOUL’

कढ़ाई ने कैंसर को मन से दूर किया

मैंने कांथा कशीदाकारी अपनी माँ से सीखी। बीरभूम के गांवों में, आपको लगभग हर घर में महिलाएं कांथा कढ़ाई करती हुई मिल जाएंगी। कांथा हमारी कल्पनाओं को खुली छूट देती है। यह काम पौराणिक कथाओं और महाकाव्यों के नमूनों, विषयों और पात्रों से भरा हुआ है। कांथा कढ़ाई में शैलीबद्ध पक्षी, पौधे, मछली, फूल और… Continue reading कढ़ाई ने कैंसर को मन से दूर किया