‘मैं जंगलों के बिना नहीं रह सकती’

मुंबई में पले-बढ़े एक बच्चे के रूप में, कला से जुड़ी सभी चीजों से मेरा बहुत संपर्क था। मेरा परिवार शास्त्रीय संगीत और साहित्य से जुड़ा था। सितार शिक्षक का घर में नियमित रूप से आना जाना था। और नियमित रूप से संगीत कार्यक्रमों में भाग लिया जाता था। लेकिन मुझमें जंगलों के प्रति एक… Continue reading ‘मैं जंगलों के बिना नहीं रह सकती’

‘8 अरब लोग, 8 अरब अवसर’

8 अरब का विश्व: सभी के लिए एक सहनशील भविष्य की ओर – अवसरों का दोहन और सभी के लिए अधिकार और विकल्प सुनिश्चित करना। विलेज स्क्वेयर: विश्व जनसंख्या दिवस का क्या महत्व है? भारत के लिए यह क्यों मायने रखता है? दीपेश गुप्ता: विश्व जनसंख्या दिवस का उद्देश्य जनसंख्या से जुड़े मुद्दों के तकाज़े… Continue reading ‘8 अरब लोग, 8 अरब अवसर’

होली के पीछे फूलों की शक्ति

यह समझना आसान है कि पश्चिम बंगाल के उत्तर दिनाजपुर जिले के चाय बागानों में यह चमकदार फूल कैसे वसंत त्योहारों और समारोहों में अपना योगदान देते हैं। हाथों से फूलों को तोड़कर दबाने और उबालने की 3 दिन की प्रक्रिया से चमकदार रंगीन पाउडर जैविक ‘अबीर’ बनाया जाता है। इसे गुलाल, यानि होली पाउडर… Continue reading होली के पीछे फूलों की शक्ति

महिला किसानों के लिए तरबूज लाया मीठी सफलता

रसीले तरबूज का टुकड़ा खाने से निश्चित रूप से गर्मी से एक मीठी राहत मिलेगी। लेकिन क्या आपने रूक कर कभी सोचा है कि ये फल आ कहाँ से रहा है? ओडिशा के कोरापुट जिले का एक दूरदराज का गाँव, बागुंडीपाड़ा वह जगह है, जहां तरबूज महिलाओं को आजीविका की नई जीवनरेखा दे रहे हैं।… Continue reading महिला किसानों के लिए तरबूज लाया मीठी सफलता