प्राचीन ‘मयूरभंज छऊ’ नृत्य पुनरुद्धार की ओर

जिस सांस्कृतिक परम्परा या कला को किन्हीं शाही परिवारों ने शुरू किया और संरक्षण दिया, उन राजाओं की सत्ता समाप्त हो जाने पर उस का क्या होता है? ज्यादातार लोगों की याददाश्त से दूर होती जाती हैं, जब तक कि वे पूरी तरह खो नहीं जाती। लगभग ऐसा ही कुछ मयूरभंज छऊ नृत्य के साथ… Continue reading प्राचीन ‘मयूरभंज छऊ’ नृत्य पुनरुद्धार की ओर

आखिर विकास का यह विचार किसका है?

सरकारी स्कूलों में पढ़ रहे आदिवासी समुदायों के बच्चों का जिक्र करते हुए एक पटेल व्यवसायी ने कहा – “वे टाई और पैंट पहनेंगे और उन्हें सभ्य होना सिखाया जाएगा।” इस टिप्पणी ने हमारे लिए विचारों का एक पिटारा खोल दिया। सभ्य होने का क्या मतलब है? क्या चम्मच और कांटे से खाना खाने से… Continue reading आखिर विकास का यह विचार किसका है?

साझा रसोई – केरल में क्या पक रहा है?

साझा रसोई? केरल की पहली साझा रसोई में रसोइया, सुन्दरन कहते हैं – “इसे एक रसोई के रूप में देखें, जहां आप एक बड़े परिवार के लिए खाना बना रहे हैं।” यहाँ ‘परिवार’ का मतलब है, पड़ोस के परिवारों का एक समूह। सुन्दरन ने आगे कहा – “यह एक नियमित खानपान सेवा की तरह नहीं… Continue reading साझा रसोई – केरल में क्या पक रहा है?