छठ पूजा: बिहार के हिन्दू त्योहारों में मुस्लिम महिलाओं का योगदान

जैसे जैसे पूरे भारत में फुलझड़ियों की रोशनी और पटाखों की आवाज़ कम होती है, बिहार में छठ पूजा की जोरदार तैयारी शुरू हो जाती है। इस साल 28 से 31 अक्टूबर तक मनाए जाने वाला यह चार दिवसीय त्योहार, बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड और पश्चिम बंगाल के हिंदुओं के लिए सबसे लोकप्रिय त्योहारों में… Continue reading छठ पूजा: बिहार के हिन्दू त्योहारों में मुस्लिम महिलाओं का योगदान

व्यंजन-सूची में मछली: उलटे प्रवास, कुपोषण और ओडिशा के आदिवासियों की कहानी

वर्षों से हर सुबह सूरज की सुनहरी किरणें, मल्कानगिरि की पहाड़ियों की लगभग खाली पड़ी आदिवासी बस्तियों पर पड़ती थी। सूर्योदय हमेशा की तरह जादुई थे, लेकिन अजीब तरह से शांत और एकाकी थे। इस दक्षिणी ओडिशा जिले के गरीबी प्रभावित गांवों से युवाओं का एक बड़ा समूह पड़ोसी राज्य आंध्र प्रदेश के शहरों में… Continue reading व्यंजन-सूची में मछली: उलटे प्रवास, कुपोषण और ओडिशा के आदिवासियों की कहानी

ग्रामीण अर्थव्यवस्था: आराम और इतिहास को सिलती कर्नाटक रजाई

कर्नाटक के मुंडरगी तालुका (विकास खंड) के जिन्दली सिरूर गांव के रजाई-ग्राम में आपका जोरदार और रंगीन स्वागत, सादगी के सौंदर्य के जापानी दर्शन, ‘वाबी-साबी’ का सही वर्णन करेगा। सूरजमुखी की चमकदार फसल, खंभों पर लगे शंकु के आकार के लाउडस्पीकरों से संगीत, अपने सबसे बढ़िया सफ़ेद और तिरंगे अंगवस्त्रम पहने गलियों में घूमते पुरुषों… Continue reading ग्रामीण अर्थव्यवस्था: आराम और इतिहास को सिलती कर्नाटक रजाई

नागालैंड: रिवाज़ तोड़, युवा लड़की ने अपने सपनों की ओर कदम बढ़ाए

ग्रामीण पृष्ठभूमि से आने वाले किसी व्यक्ति, चाहे वह एक युवा लड़की हो, पर लेबल लगाना आसान है। हम आज भी ऐसे समाज में रहते हैं, जो मनोरंजक गतिविधियों तक में पुरुष और महिला के बीच अंतर देखता है। लेकिन नागालैंड के उंगेर गांव की काजेनकला, ड्रम बजाने के अपने जुनून को पूरा करके कुछ… Continue reading नागालैंड: रिवाज़ तोड़, युवा लड़की ने अपने सपनों की ओर कदम बढ़ाए