आजीविका
लवणता से निपटने के लिए तटीय किसानों ने अपनाए नवाचार उपाय
तटीय तमिलनाडु के किसान वर्षा जल संचयन और पारम्परिक जैविक खेती के तरीकों को पुनर्जीवित करके, सूखे और भूजल स्तर में गिरावट के कारण होने वाली लवणता का मुकाबला कर रहे हैं।
मराठवाड़ा किसानों ने जलधाराओं का जल एकत्र कर प्राप्त की भरपूर पैदावार
महाराष्ट्र के सूखा संभावित मराठवाड़ा क्षेत्र के किसानों ने, बारिश के जल को जलधाराओं की तालाब जैसे खंडों में जल संग्रहित करके कृषि को लाभकारी बनाया है, जिससे भूजल पुनर्भरण भी हो रहा है।
सामाजिक, आर्थिक चुनौतियों का सामना करते नेगामाम के बुनकर
तमिलनाडु की प्रसिद्ध नेगामाम सूती साड़ियों के पारम्परिक हथकरघा बुनकरों की संख्या घट रही है, क्योंकि वे बदलते सामाजिक मानदंडों और सस्ते उत्पादों की आर्थिक चुनौतियों से जूझ रहे हैं।
अफ्रीकी दौरों से राजस्थानी ग्रामीण महिलाओं ने तोड़े सामाजिक बंधन
शायद ही अपने राज्य से कभी बाहर गई राजस्थानी महिलाएं, पश्चिम अफ्रीका के माली की यात्रा से सम्मान अर्जित करती हैं और वहां की महिलाओं को स्वयं सहायता समूह के अलावा, रोटी बनाना और साड़ी पहनना सिखाती हैं।