अंतर्राष्ट्रीय मित्रता दिवस – भाषा की खाई को पाटना

दोस्ती क्या है? क्या यह केवल इंसानों के बीच ही हो सकती है? इस वर्ष नस्ल, भाषा और संस्कृति के बीच की खाई को पाटने के विषय के साथ, इस अंतर्राष्ट्रीय मित्रता दिवस पर हम मनुष्यों और जानवरों के बीच के अनूठे बंधन को प्रदर्शित करते हैं, जो दोस्ती नामक आपसी संबंध का एक सच्चा उदाहरण है। ये तस्वीरें इंसानों और जानवरों के बीच दोस्ती को एक अलग भाषा के तौर पर दर्शाती हैं।

दोस्त: मथुरा में कुत्ते और उसके पिल्लों के साथ खेल रहा एक बच्चा, इस अनोखी दोस्ती को कैमरे में कैद करने के लिए रुक गया (छायाकार – चंद्रकला श्रीवास्तव)

उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में भैंस को मक्खियों और कीड़ों से बचाने के लिए तेल लगाते समय, बच्चे मजे से अपने जाहिर तौर पर उत्साहहीन दोस्त के साथ खेल रहे हैं, जो उन्हें खेलने देता है (छायाकार – आरती कुशवाहा)

अपने बेटे को बंगाली पढ़ा रही एक माँ को उसके दो सबसे अच्छे क्वैक-क्वैक करने वाले दोस्त परेशान करते हुए (छायाकार – निमाई चंद्र घोष)

मददगार: एक दोस्त अपने पसंदीदा जानवर की तस्वीर बनाकर दूसरे दोस्त की मदद करते हुए (छायाकार – अभिषेक मित्रा)

एक सटीक सेल्फी: जब पश्चिम बंगाल में उस आदमी और लड़के की एक तस्वीर ली जा रही थी, तो उनकी बकरी ने फोटो के लिए बीच में आने का फैसला किया, और फोटो को एक परफेक्ट सेल्फी में बदल दिया (छायाकार – अंकित मंडल)

एक विशेष बंधन के साथ, एक मेमना एक मानव-माँ की बाहों में आरामदायक महसूस कर रहा है (छायाकार – लीज़ा साहनी)

एक खिलौना-मित्र: झारखंड में एक बच्चा हाथी के खिलौने को उसके पहिये पर अपने चारों ओर घुमा कर खेलते हुए (छायाकार – अभिषेक गौतम)

जीत का संकल्प: पश्चिम बंगाल में एक दौड़ जीतने के लिए सांड और इंसान, एक दूसरे पर भरोसा करते हुए अपनी आंखों में दृढ़ संकल्प लिए दौड़ रहे हैं (छायाकार – अभिषेक कुंडू)

एक समूह फोटो: आंध्र प्रदेश में एक कैमरा बच्चों के एक समूह की तस्वीर लेता है, लेकिन उनके शर्मीले दोस्त फोटो में आने से हिचकते हैं (छायाकार – यशवंत)