डिजिटल शिक्षा के लिए आवश्यक बुनियादी ढाँचे के अभाव में, ग्रामीण बच्चों का मजबूरन अपनी पढ़ाई से संपर्क टूट गया और उन्हें काम करना पड़ा है। उनके लिए शिक्षा ग्रहण करने की एकमात्र उम्मीद कक्षा से जुड़ी है