Author: संजीव फंसालकर

her life

पैसा एवं पुरूषत्व: ग्रामीण परिवारों में बदलती लैंगिक भूमिकाएं

एक ऐसे समय में जब कृषि से जुड़े जीवन में तनाव और आय की अनिश्चितता बढ़ रही हैं, परिवार के लिए साधन जुटाने में ग्रामीण महिलाएं भी पुरुषों के बराबर हो रही हैं, किन्तु पितृसत्ता की पकड़ ढीली होने का नाम नहीं ले रही|