आजीविका
साझा रसोई – केरल में क्या पक रहा है?
समय के साथ काम और प्रतिबद्धताओं की होड़ में, खाना पकाने का समय नहीं निकल पाता। जो दो दम्पत्तियों की जरूरत से शुरू हुआ, उससे पूरे केरल में "साझा रसोई" बन रही हैं।
गाय के मूत्राशय से
जैसा विकास अण्वेष फाउंडेशन के संजीव फणसळकर ने करीब से देखा, गाय के मल मूत्र के अक्लमंदी से इस्तेमाल पर आधारित प्राकृतिक खेती, आंध्र प्रदेश में जीवन बदल रही है।
“जल खरपतवार” अजोला बनी पशुओं की सुपरफूड
जब ज्यादातर गरीब किसानों के लिए पशुओं के रखरखाव की लागत एक निरंतर बोझ है, ऐसे में अजोला एक कष्टदायक जल खतपतवार की बजाए पशुओं के लिए एक टिकाऊ और किफ़ायती सुपरफूड बन गया है।
मछली उनकी थाली में, और पैसा उनके बटुए में
ओडिशा के पिछड़े जिले, मयूरभंज में महिलाएं लगातार मछली पालन करती हैं, जिससे न सिर्फ उनको पैसा मिलता है, बल्कि उनके परिवार के लिए बेहतर पोषण भी सुनिश्चित होता है।