आजीविका
कश्मीर के फूल कारोबार में उछाल
महामारी के कारण घर पर फंसे, अनेक कश्मीरी लोग बागवान बन गए और अब अपने पिछले आंगन में पौधों की नर्सरी में बदलकर, अपने जुनून को व्यवसाय में बदल रहे हैं।
दुधारू पशुओं में लिंग-चयनित गर्भाधान से मिला डेयरी को बढ़ावा
लिंग-चयनित वीर्य (सेक्स सॉर्टेड इनसेमिनेशन - एसएसएस) द्वारा गर्भाधान के नए तकनीकी हस्तक्षेप से डेयरी में बेहतर आनुवंशिकी प्राप्त की गई।
कलिम्पोंग के किसानों के लिए बेस्वाद हुई काली इलायची
काली इलायची को सुनहरी फसल मानने वाले किसान, अब पौधों की बीमारियों से होने वाले नुकसान और आधुनिक खेती के तरीकों को अपनाने की अपनी अनिच्छा के कारण, दूसरी फसलों की ओर रुख कर रहे हैं।
“बीज ग्राम” योजना से खेती बनी आर्थिक रूप से लाभकारी
मध्य प्रदेश सरकार से रियायती दरों पर प्राप्त, उच्च गुणवत्ता के ‘आधार बीजों’ से तैयार बीज वितरित करके किसानों ने लाभ कमाया।