जब सबसे वंचित लोगों ने साँझा किये, अपने सीमित से संसाधन!

महिला समूहों की आपसी सहयोग और संवेदनशीलता की संस्कृति ने कुपोषण की समस्या से निपटने में सहायक बनी (छायाकार - सचिन कुमार जैन)

खाद्य ज़रूरत को पूरा करने किचन गार्डन से जुड़ी एक सामूहिक पहल

बहु-आयामी पद्यति से होगा खस्ताहाल ग्रामीण अर्थव्यवस्था का पुनरुत्थान

अपनी 20 टन लौकी (घीया) बेचने में कठिनाई के कारण, किसान अपनी गर्मी की फसल के लिए जरूरी बीज-खाद आदि सामान नहीं खरीद सका (फोटो- अशोक कुमार के सौजन्य से)

मिट्टी और जल संरक्षण पहल के अलावा, विभिन्न उपायों के द्वारा ग्रामीण उत्पादन व्यवस्था के लचीलेपन को बढ़ाना, ग्रामीण जनता को मजबूती से पांव जमाने में सहायक होगा

डिजाइनर सुनिश्चित कर रहे हैं कि हथकरघा बुनकरों का शारीरिक और आर्थिक स्वास्थ्य बना रहे

फैशन डिजाइनर कम होते ऑर्डर के बावजूद, हैंडलूम कारीगरों को लॉकडाउन से सुगमता से निपटने में मदद करते हैं (फोटो- डैनियल सीएएम के सौजन्य से)

हैंडलूम कारीगरों के साथ काम करने वाले फैशन डिजाइनर सुनिश्चित करते हैं कि लॉकडाउन के दौरान काम की कमी के बावजूद उनकी आर्थिक जरूरतें पूरी हों, और साथ ही उनके संपर्क में रहकर उनका मनोबल ऊंचा रखते हैं

ओडिशा में स्वयंसेवक सुनिश्चित करते हैं, कि फंसे हुए प्रवासियों को भूखे न रहना पड़े

प्रवासियों के मुद्दों पर काम करने वाले सामाजिक कार्यकर्ताओं ने यह सुनिश्चित करने के लिए नेटवर्क बनाया, ताकि तमिलनाडु में इस समूह जैसे, फंसे हुए प्रवासियों को भोजन की आपूर्ति हो सके (फोटो- ODMMI के सौजन्य से)

प्रवासी मुद्दों पर काम करने वाले सामाजिक सेवा कर्मी, बीच रास्ते फंसे ओडिया प्रवासियों और दूसरे राज्यों के ओडिशा में फंसे प्रवासियों के लिए भोजन की व्यवस्था सुनिश्चित करने हेतु, लोकहित में काम करने वालों, प्रशासकों और स्वयंसेवकों के साथ तालमेल कर रहे हैं