Covid-19

COVID-19 महामारी समाप्ति से बहुत दूर है। बहुत से लोग अभी भी दूसरी लहर से जूझ रहे हैं, जबकि अन्य लोग तीसरी लहर के लिए तैयारी कर रहे हैं। यहाँ भारत के भीतरी इलाकों से नवीनतम COVID-19 समाचार प्रस्तुत हैं।

her life

साइकिल चला कर बंदिशों से बाहर निकलती हैं कश्मीरी लड़कियां

कभी साइकिल चलाने वाली कश्मीरी महिलाओं का मजाक उड़ाया जाता था। लेकिन महामारी के कारण हुए लॉकडाउन ने उन्हें बेहतर स्वास्थ्य और फिटनेस के लिए, पितृसत्तात्मक बंधनों को तोड़ते हुए, साइकिल चलाने की प्रेरणा दी।

her life

बंजर इलाकों में आजीविका के विषय में

दूरदराज और बंजर इलाकों में, अयथार्थपूर्ण सपनों का पीछा करने की बजाए, विपरीत परिस्थितियों को अपने लाभ में बदलने में लोगों की मदद करनी चाहिए।

her life

ग्रामीण सोशल मीडिया सितारों ने प्रस्तुत किया देहाती आकर्षण

महामारी में ग्रामीण अपने देहाती जीवन के वीडियो पोस्ट करने के लिए प्रेरित हुए और सोशल मीडिया सितारे बन गए। अपने तरीके से, वे ग्रामीण-शहरी विभाजन को पाट रहे हैं।

her life

हिमाचल सरकार बीज उत्पादन को बढ़ावा देने का प्रयास कर रही है

स्थानीय परिस्थितियों के लिए अक्सर अनुपयुक्त बीजों के लिए अन्य राज्यों पर निर्भर, हिमाचल प्रदेश सरकार ने स्थानीय स्तर पर गुणवत्तापूर्ण बीज उत्पादन के लिए एक योजना शुरू की है।

her life

पर्यावरण के प्रति जागरूक बिश्नोई, भूजल का अच्छा स्तर सुनिश्चित करते हैं

वृक्ष-आलिंगन के अपने पर्यावरणवाद के लिए प्रसिद्ध बिश्नोई, भूजल के संरक्षण के लिए, कृषि संबंधी पारम्परिक ज्ञान और समकालीन तरीकों को जोड़ते हैं।

her life

एक दूसरे को पढ़ाने के लिए लड़कियों ने मजदूरी का काम छोड़ दिया

लॉकडाउन के समय, लड़कियाँ ईंट भट्टों और खेतों में काम करने के लिए मजबूर हो गईं। शिक्षित युवाओं ने उन्हें इससे बाहर आने में मदद की, ताकि वे पढ़ सकें और छोटों को पढ़ा सकें।

her life

समुदाय के संरक्षण के प्रयास से बढ़ी गिद्धों की आबादी

पर्यावरण में गिद्धों के महत्व के बारे में जागरूकता के साथ, चिरगांव के निवासियों ने ऐसे उपाय किए, जिससे गिद्धों की आबादी में वृद्धि हुई है।

her life

केरल का बैकवाटर प्रभावित पलायन

केरल के बैकवाटर क्षेत्र के ग्रामीण बाढ़ के आदी हैं। लेकिन साल भर घरों में पानी भरा होने के कारण, बहुत से लोग पलायन कर रहे हैं।

her life

टिकाऊ तरीके से इकठ्ठा किए शहद से बेहतर लाभ

धुएं से मधुमक्खियाँ भगाने से उन्हें, जैव विविधता और शहद के स्वाद को नुकसान पहुंचता है। तो यह हैरानी की बात नहीं है कि एक ज्यादा टिकाऊ बेहतर आय देने वाला तरीका अपनाया जा रहा है।