Covid-19

COVID-19 महामारी समाप्ति से बहुत दूर है। बहुत से लोग अभी भी दूसरी लहर से जूझ रहे हैं, जबकि अन्य लोग तीसरी लहर के लिए तैयारी कर रहे हैं। यहाँ भारत के भीतरी इलाकों से नवीनतम COVID-19 समाचार प्रस्तुत हैं।

her life

छोटे जल-श्रोत (नमभूमि) उपेक्षित हैं

जहां बड़े जल-श्रोतों को संरक्षित और बहाल किया जा रहा है, वहीं ग्रामीणों के लिए उपयोगी छोटे जलाशयों की अनदेखी और यहां तक उनका अतिक्रमण किया जा रहा है।

her life

लगातार बारिश के कारण आई भावनाओं की बाढ़

भारत में जैसे-जैसे मानसून में तेजी आती है, थोड़ी सी बारिश तक से चिंता और भय पैदा होना आम बात है। जबकि हर किसी की प्रतिक्रिया अलग होती है, इससे निपटने के लिए पेशेवर लोग के सुझाव हैं।

her life

कश्मीरियों ने पर्यावरण-ट्रैक्स की ओर रुख किया

महामारी के प्रभाव से चिंतन का अर्थ है कि ज्यादा कश्मीरी, कभी जिन पहाड़ियों को देख भर कर संतोष कर लेते थे, अब पर्यावरण ट्रैकिंग को अपनाकर वापिस पहाड़ों का रुख कर रहे हैं।

her life

“मेरे शिष्य एक दिन ओलंपिक में खेलेंगे”

करुणा पूर्ति गरीबी और पूर्वाग्रह को हराकर राष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी बनीं। अब वह उन लड़कियों को कोचिंग देती हैं, जिनकी आंखों में वही सपना है, जो उन्होंने कई साल पहले देखा था। झारखंड के खूंटी जिले की करुणा पूर्ति के सफर की कहानी उन्हीं के शब्दों में प्रस्तुत है।

her life

महिलाओं ने खरगोश पालन पर लगाया बड़ा दांव

खरगोश के मांस की भारी मांग और इसके पालन की लागत कम होने के कारण, नागालैंड में महिलाओं के लिए खरगोश पालन सबसे आकर्षक और लाभदायक व्यवसायों में से एक बन रहा है।

her life

“मेरी बेटी ठंडी और निश्चल थी”

महामारी के दौरान, वाराणसी के बाहरी इलाके में रहने वाली शिंटू जब गर्भवती हुई, तो उसका वजन कम था और वह एनीमिक (खून की कमी) थी। क्योंकि उसके पति की नौकरी चली गई, इसलिए उसने ठीक से भोजन नहीं खाया और समय से पहले एक बच्चे को जन्म दिया, जिसकी पांच महीने बाद मृत्यु हो गई। पढ़िए, शिंटू की कहानी उन्हीं के शब्दों में।

her life

कुरुम्बा कला को जीवित रखना

‘अला कुरुम्बा’ जनजातियों को कला के प्रति रुझान अपने पूर्वजों से विरासत में मिला, जो रोजमर्रा की जिंदगी शैलचित्रों (रॉक पेंटिंग) के रूप में व्यक्त करते थे। लेकिन जब ऐसे गिने-चुने कलाकार ही बचे हैं, वे इस सांस्कृतिक अभिव्यक्ति को जीवित रखने के लिए बेताब हैं।

her life

सोने की तलाश में

वे जिस सोने को वे बर्तन के द्वारा इकठ्ठा करते हैं, उससे उनके जीवन में चमक नहीं आती। फिर भी, काम की कमी और खेती के लिए सीमित पानी होने के कारण, ग्रामीण सोने की तलाश में रहते हैं।

her life

महामारी में पैदा हुए कमजोर और असुरक्षित बच्चे

महामारी ने हाशिए पर रहने वाले बहुत से भारतीयों से स्वास्थ्य देखभाल और कभी-कभी भोजन की आपूर्ति तक बाधित होने पर, समस्या का खामियाजा ज्यादातर गर्भवती महिलाओं को उठाना पड़ा। उसकी कीमत अब उनके बच्चे चुका रहे हैं।