पर्यावरण

जलवायु परिवर्तन का असर दुनिया पर पड़ रहा है। सबसे ज्यादा गरीब सबसे ज्यादा पीड़ित है। फिर भी अक्सर ग्रामीण भारतीय सतत विकास और योजनाओं को आजमाने की दिशा में अगुआई कर रहे हैं – यदि इसे व्यापक स्तर पर शुरू किया जाए, तो वास्तविक परिवर्तन पैदा कर सकता है।

her life

‘मैं जंगलों के बिना नहीं रह सकती’

वन्यजीव जीवविज्ञानी प्राची मेहता अपने स्कूल के दिनों से ही जंगलों और वन्यजीवों की ओर आकर्षित रही हैं। जंगल, जहां बहुत सी महिलाएं घूमने से हिचकिचाती हैं, उनका जुनून है, जहां वह अपने पुणे स्थित संगठन, ‘वाइल्डलाइफ रिसर्च एंड कंजर्वेशन सोसाइटी’ के माध्यम से, अपने पति के साथ अपना वन्यजीव शोध और संरक्षण कार्य करती हैं।

her life

‘8 अरब लोग, 8 अरब अवसर’

वर्ष 2022 में दुनिया की आबादी 8 अरब तक पहुंचने की उम्मीद है। दुनिया के लिए और विशेष रूप से भारत के लिए इसके क्या मायने हैं? 11 जुलाई को मनाए जाने वाले विश्व जनसंख्या दिवस पर, भारत में न्यायसंगत विकास और परिवार नियोजन से संबंधित विभिन्न मुद्दों को बेहतर ढंग से समझने के लिए, विलेज स्क्वेयर ने संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष (यूएनएफपीए), राजस्थान कार्यालय के राज्य प्रमुख, दीपेश गुप्ता से बात की।

her life

होली के पीछे फूलों की शक्ति

राजनीतिक रैलियों और असंख्य पार्टियों की बात ही छोड़िये, वसंत के त्यौहार होली पर इस्तेमाल किया जाने वाला रंगीन पाउडर, प्राकृतिक वनस्पति से बनाया जाता था। जब तक कि रासायनिक रंग सामने नहीं आए। लेकिन जैसे-जैसे बढ़ती संख्या में भारतीयों को एहसास हो रहा है कि होली का प्राकृतिक पाउडर त्वचा और पर्यावरण के प्रति बेहतर है, तो फूलों से पाउडर बनाने वाली महिलाओं को इसका फायदा मिल रहा है।

her life

महिला किसानों के लिए तरबूज लाया मीठी सफलता

आजीविका अवसरों की कमी वाले दूरदराज के गांवों में, उत्पाद को बाजार तक ले जाने के लिए परिवहन अभाव की परवाह किए बिना, महिलाएं सफलतापूर्वक तरबूज की खेती अपनाती हैं।

her life

ठंडक बनाए रखने में सहायक मिट्टी के घर

विकास कार्यकर्ता, ज्योति राजपूत देखती हैं कि जहां कुछ लोगों के लिए मॉनसून तपती गर्मी से राहत लेकर आती है, वहीं कैसे राजस्थानी जनजातियां अपने मिट्टी के घरों में गर्मी को मात देती हैं।

her life

राज्य की सीमाओं से परे फलफूल रहा पश्चिम बंगाल का फूलों का व्यापार

उत्तर-पूर्वी राज्यों से फूलों की बढ़ती मांग और फूलों की खेती और अंतर-राज्यीय व्यापार को बढ़ावा देने के लिए सरकार की पहल से, फूलों की खेती करने वाले और व्यापारी लाभ उठा रहे हैं।

her life

ग्रामीण भारत के प्लास्टिक कचरे की एक झलक

भारत सरकार का 'एकल-उपयोग प्लास्टिक' के उपयोग पर सख्त प्रतिबंध 1 जुलाई, 2022 से लागू हो गया है। अधिसूचना के अनुसार उल्लंघन करने वालों को पांच साल तक की जेल, या 1 लाख रुपये तक का जुर्माना, या दोनों हो सकते हैं। जब यह प्रतिबंध लगा है, तो हमने अपने बढ़ते फोटो-समुदाय को यह दिखाने के लिए कहा, कि प्लास्टिक कचरा ग्रामीण भारत को कैसे प्रभावित करता है। तस्वीरें ग्रामीण पर्यावरण में प्लास्टिक कचरे के प्रसार और मनुष्यों से जानवरों तक, हर किसी को बराबर प्रभावित करने वाले जहरीले तरीकों को दिखाती हैं।

her life

लुप्त होती बाँस की टोकरियाँ बुनने की कला

अपनी पारम्परिक आजीविका, बाँस की टोकरियाँ बुनकर पैसा कमाने के लिए संघर्ष कर रहे एक दंपति को देखकर, एक विकास प्रबंधन छात्र हैरान है कि क्या सरकार से कुछ सहायता की उम्मीद करना गलत है।

her life

“जब मेरी बेटी अस्पताल में भर्ती थी, तब भी मैंने पढ़ाना जारी रखा”

परम्पराओं को नकारते हुए, लक्ष्मी बिष्ट (नी) नौरियाल शादी के बाद भी अपनी शिक्षा पूरी करने के लिए अपने माता-पिता के साथ रही। पढ़ाने के लिए उनका शुरुआती जुनून जारी है, क्योंकि वह चुनौतियों के बावजूद वंचित बच्चों को पढ़ाती हैं।